द गर्ल इन रूम 105
कॉज यू हैव गॉट अ फ्रेंड इन मी यू हैव गॉट अ फ्रेंड इन मी
जाते है।
आखिरकार, दोनों गहरे दोस्तों की लड़ाई खत्म हो जाती है और आंखों में आंसू लिए एक-दूसरे से गले मिल
सौरभ ने अपनी आंखें पोंछी और मुझसे कहा, 'मैं भी चलूंगा।'
"क्या? लेकिन... मैंने कहा।
"कोई लेकिन बेकिन नहीं। मैं भी कश्मीर चल रहा हूँ। मैं तमाम बुकिंग्ज़ कर लेता हूं।"
'लेकिन, गोलू..." कहते हैं कि कश्मीर धरती का स्वर्ग है। और अभी मैं चंदन क्लासेस में हूं, जो कि धरती का नर्क है। यहां पर
होने से तो कुछ भी बेहतर ही होगा। तो यह तय हो गया है कि मैं भी चल रहा हूं।'
सौरभ, सीरियसली.... "श्श्श... . डिसाइडेड'
मैंने सौरभ की ओर देखा। उसका गोलमटोल चेहरा पिक्सर के टेडी बियर जैसा लग रहा था। "आई लव यू' मैंने कहा। "अगर कोई मेरा मर्डर कर देगा, क्या तब भी तुम उस केस की ऐसे ही जांच करोगे?"
'नहीं, में हत्यारे से कहूंगा कि तुम्हारे बजाय मुझे मार दे।' मैंने कहा।
"तुम ऐसी ही स्टुपिड सेंटीमेंटल बातें बोलते हो और इनके बहर में आकर मैं तुम्हारे साथ कश्मीर जाने
जैसी स्टुपिड चीजें कर बैठता हूं,' सौरभ ने कहा।
‘छुट्टी? ये किस चिड़िया का नाम है?" चंदन अरोग ने कहा। उसने एक डस्टबिन में अपना पान मसाला थूक दिया।
हम उसके सामने बैठे थे। उसकी आंखें सौरभ और मेरे चेहरे के बीच तेज़ी से घूम रही थीं।
'हॉलिडे, सर, मैंने कहा। 'सौरभ और मैं एक साथ हॉलिडे मनाना चाहते हैं। उसने हमारी तरफ ऐसे देखा, जैसे हमने उसकी पूरी प्रॉपर्टी मांग ली हो। "लेकिन तुम लोगों को हॉलिडे की जरूरत ही क्या है? और वो भी दोनों को एक साथ? तुम लोगों की
क्लासेस का क्या होगा?" 'हम थोड़ा खाली समय बिताना चाहते हैं, ताकि शांत दिमाग से सोच सके कि एनरोलमेंट बढ़ाने के लिए क्या किया जाना चाहिए। साथ ही हमने अपने फैकल्टी मेंबर्स से बात कर ली है कि वे हमारी गैरमौजूदगी में
हमारी क्लासेस ले लें।'
'लेकिन ये पीक-टाइम चल रहा है, चंदन ने इतने ज़ोर से कहा कि सेक्सी शीला को अपने की-बोर्ड उठाकर देखना पड़ा। 'हम ये एनश्योर करेंगे कि क्लासेस में कोई रुकावट ना आए, सर, मैंने कहा।
‘आई डॉट केयर। नए स्टूडेंट्स के बारे में क्या? तुम्हारे नंबर्स क्या हैं?"
"नंबर्स?"
"अभी तक तुम कितने नए स्टूडेंट्स लेकर आए हो? मिस्टर महेश्वरी, आपके रेफरल्स कहां हैं?' "मोर और लेस, मैं तो कहूंगा कि अभी जीरो ही है। सौरभ ने कहा।
"जीरो ? और तुमको हॉलिडे पर जाना है?" 'हम वहां से लौटकर अपने टारगेट पूरे कर लेंगे, सर, मैंने कहा।
"तुम लोग कहा जाने की प्लानिंग कर रहे हो?"
'श्रीनगर?' "क्यों? मरने की इच्छा हो रही है क्या?"
"नहीं, सरा वो एक बड़ा राज्य है और लाखों लोग वहां रहते हैं।'
"सभी के सभी टेररिस्ट्स।"
से नज़र
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